बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने बनेगा टूरिज्म कॉरिडोर, मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर और आसपास के जिलों के विकास को लेकर बड़ा फैसला लिया है। बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव और कांकेर जिलों के युवाओं को सरकारी नौकरियों के अवसर मिलेंगे। साथ ही, क्षेत्र में मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट और नर्सिंग कॉलेज जैसे प्रतिष्ठान स्थापित किए जाएंगे। बस्तर में टूरिज्म कॉरिडोर का निर्माण होगा |
बस्तर में टूरिज्म कॉरिडोर का निर्माण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर में टूरिज्म कॉरिडोर बनाने की घोषणा की। इसमें सात जिलों के पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। इसके तहत पर्यटक स्थलों पर बेहतर सुविधाएं, एडवेंचर एक्टिविटी, और रहने-खाने के साधनों को उन्नत किया जाएगा। टूरिज्म डिपार्टमेंट विशेष टूरिस्ट पैकेज तैयार करेगा और नए पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार: सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनेगा
बस्तर के लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए रायपुर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सरकार ने यहां सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जमीन और बजट पर काम शुरू कर दिया गया है। बैठक में NMDC के अधिकारियों से भी चर्चा की गई।
विकास कार्यों में नहीं होगी फंड की कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी। सीएसआर फंड और केंद्र-राज्य की डबल इंजन सरकारें इन योजनाओं को पूरा करने में मदद करेंगी।
प्रमुख योजनाओं के सुझाव
वन मंत्री केदार कश्यप: मत्स्य पालन, डेयरी उद्यमिता को बढ़ावा, सिंचाई सुविधाएं, सामूहिक खेती के लिए एफआरए क्लस्टर का विकास।
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी: होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, नर्सिंग कॉलेज, ऑर्गेनिक और नेचुरल फार्मिंग की शुरुआत।
उपाध्यक्ष लता उसेंडी: उद्यमिता विकास, कृषि सेवा केंद्र, और शिक्षा पर जोर।
विधायक किरणदेव सिंह: सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटल लैबोरेटरी की स्थापना।
95 गांवों में सर्वे और भर्ती प्रक्रिया
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बताया कि बस्तर के 95 गांवों में आधारभूत सुविधाओं का सर्वे जारी है। आकांक्षी जिलों में खाली पदों को भरने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
खेल और उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा
बस्तर में नई खेल अकादमी शुरू की जाएगी ताकि खेल प्रतिभाओं को निखारा जा सके। साथ ही, क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं बनाई जाएंगी।
बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इन परियोजनाओं के जरिए युवाओं, किसानों और महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जाएगा।